23 फ़रवरी 2020 को हुआ शांति पूर्ण भारत बंद

माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने 7 फरवरी 2020 के सिविल अपील संख्या 1226/2020, मुकेश कुमार बनाम उत्तराखंड राज्य एवं अन्य में दिए गए फैसले के विरुद्ध दिनांक 23 फ़रवरी 2020 को भारत बंद का आह्वान किया गया |


महासचिव अनिल कुमार गोठवाल ने बताया कि मा. सर्वोच्च न्यायालय के उक्त निर्णय के विरुद्ध में तथा देश में संविधान विरोधी नीतियों के खिलाफ 23 फरवरी 2020 को भीमसेना प्रमुख श्री चंद्रशेखर द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया | राजस्थान प्रदेश के सभी जिलो के विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा पुरे राजस्थान व जयपुर मुख्यालय पर अनुसूचित जाति/जनजाति/ ओबीसी तथा अल्पसंख्यक समुदाय के लोग ने सम्मिलित होकर भारत बन्द का समर्थन किया | जयपुर में विभिन्न मोहल्लो एवं कॉलोनीयों से रैली निकाली गयी जो अल्बर्ट हॉल के सामने राम निवास बाग़ में एकत्रित हुए जहाँ रैली को सम्बोधित किया गया |


महासचिव ने बताया कि यह निर्णय संवैधानिक प्रावधानों को कमजोर करता है तथा न्यायिक औचित्य के खिलाफ है | इस निर्णय द्वारा उच्च प्रशासनिक पदों पर अनुसूचित जाति/ जनजाति के कार्मिकों को प्रतिनिधित्व प्रदान किये जाने से रोकने का प्रयास किया है जिसके कारण अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के लोगों में भारी रोष व्याप्त हैं | इस सम्बन्ध में केंद्र सरकार को इस निर्णय के विरुद्ध में विधेयक लाने तथा आरक्षण को नवी अनुसूचि में डालने हेतु ज्ञापन भी दिए गये |


भारत बन्द में हरीश मीना विधायक देवली उनियारा, डॉ. अम्बेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. भजन लाल रोलन, आरक्षण मंच के अध्यक्ष जे.पी.विमल, व्. उपाध्यक्ष बी.एल. बैरवा, भीम सेना के राजस्थान प्रमुख अनिल डेनवाल, जाटव महासभा के अध्यक्ष नत्थी सिंह, महासचिव रणजीत सिंह जाटव, दलित मुस्लिम चेतना मंच के अध्यक्ष अब्दुल लतीफ़,  बैरवा महासभा से मोहन लाल बैरवा, अम्बेडकर सोसायटी के जिला सचिव धर्मराज सिंगोर, एडवोकेट बाबु लाल बैरवा, श्रीमती गोमा सागर, अंजू कराडिया, ममता जाखड़, दशरथ हिंगोनिया, अशोक साम्भरिया आदि ने रैली को संबोधित किया |


सभी सामाजिक संगठनो जिन्होंने बंद का समर्थन व सहयोग दिया व बंद को शांतिपूर्ण ढंग से सफल बनाने पर डॉ.अम्बेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसायटी राजस्थान उनका हार्दिक धन्यवाद व आभार व्यक्त करती हैं |