सिकराय।मेहंदीपुर बालाजी श्रेत्र मे शनिवार को ए एम एन ममता मीना ने कहा है कि मनुष्य अपने कष्टों एवं दुखों को जुबान से व्यक्त करता है, जिससे समय रहते उसका उपचार एवं निदान किया जाता है। जबकि पशु-पक्षी बेजुबान होते हैं। उनके कष्टों को उनके शारीरिक हाव-भाव से समझा जा सकता है। इसके लिए मनुष्य के अंदर पशु-पक्षियों के प्रति संवेदनशीलता एवं लगाव होना जरूरी है।यह विचार ममता मीना ने शनिवार को एक कदम मानवता की और व्यक्त किए। इसी प्रकार से
अमित मीना सिकराय जेसीटीएसएल परिचालक ने कहा कि निरीह, बेजुबान पशु-पक्षियों की सेवा एवं उनकी रक्षा करना हर नागरिक का पुनीत कर्तव्य है।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में लोग आगे आकर एक बेहतर कार्य कर रहे हैं। समय की मांग है कि इस अभियान में अधिक लोग आगे आएं और सहयोग से इस अभियान में अपना योगदान दें।
इस पहल मे ममता मीना अमित मीना ने खोले के हनुमान जी कुंडेरा_डूंगर में जाकर बंदरों को फल और सब्जियां_खिलाए व बेजुबान पक्षियोंके लिए परिंडे लगाए ममता मीना ने बताया कोरोना संक्रमण महामारी से बचाव के लिए मुंह पर मास्क लगाना चाहिए और दिन में कई बार साबुन या सैनेटाइजर से हाथ धोना चाहिए व घर पर रहकर लॉकडाउन की पालना करें अति आवश्यक कार्य होने पर घर से बाहर निकले व किसी व्यक्ति को खासी_जुकाम बुखार आदि लक्षण हो तो तत्काल अपने निकटतम स्वास्थ्य कर्मी को सूचित करें या अस्पताल जाएं । लोग अपने घरों में रहकर लॉकडाउन का समर्थन करना चाहिए जिससे कोरोना संक्रमण महामारी से जंग जीती जा सकती है ।इस दौरान सियाराम मीना , बबली सहारिया, बीरबल सैन,अमित सिकराय,अंकित सिकराय ,शिवराम, महेंद्र गढ़ी,सौरभ शर्मा, आदि मौजूद रहे।