प्रभावित क्षेत्रों में टिड्डी नियंत्रण सतत मोनिटरिंग के लिए मजबूत होगा सूचना तंत्र बाड़मेर, जिले में हाल ही में देखी गई टिड्डी पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया गया है। जिला प्रशासन की मुस्तैदी से प्रभावित क्षेत्रों पर तुरंत कार्यवाही करते हुए छिडकाव किया गया। जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि पिछले दिनों सीमावर्ती क्षेत्रों पर पुनः टिड्डी के पाए जाने की सूचना मिलने के बाद प्रशासन ने कानोड के खरथाणियों का तला, चौहटन के धारासर तथा गडरारोड में टिड्डी उन्मूलन किया। इसके लिए खरथाणियों का तला में 4, धारासर में 2 तथा गडरारोड़ में 2 वाहनों द्वारा प्रभावित क्षेत्र पर छिडकाव कार्य किया जा रहा है।  जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि टिड्डी के हमले को देखते हुए पूर्व तैयारियों के लिए प्रतिदिन कृषि, राजस्व एवं टिड्डी विभाग के साथ प्रतिदिन सांय 6 बजे बैठक का आयोजन कर इस संबंध में प्रभावी मॉनिटरिंग की जाएगी। उन्होेने बताया कि टिड्डी के प्रभावी रोकथाम के लिए एक्शन प्लान बनाकर इसे अंजाम देने की आवश्यकता है। उन्होने बताया कि टिड्डी हमले पर त्वरित नियंत्रण के लिए सूचना तंत्र मुस्तैद रहेगा जिससे कि किसी भी क्षेत्र में टिड्डी हमले संबंधित सूचना मिलते ही तुरंत रोकथाम के लिए पहुंचा जा सकेगा।

प्रभावित क्षेत्रों में टिड्डी नियंत्रण
सतत मोनिटरिंग के लिए मजबूत होगा सूचना तंत्र


बाड़मेर, जिले में हाल ही में देखी गई टिड्डी पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया गया है। जिला प्रशासन की मुस्तैदी से प्रभावित क्षेत्रों पर तुरंत कार्यवाही करते हुए छिडकाव किया गया।
जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि पिछले दिनों सीमावर्ती क्षेत्रों पर पुनः टिड्डी के पाए जाने की सूचना मिलने के बाद प्रशासन ने कानोड के खरथाणियों का तला, चौहटन के धारासर तथा गडरारोड में टिड्डी उन्मूलन किया। इसके लिए खरथाणियों का तला में 4, धारासर में 2 तथा गडरारोड़ में 2 वाहनों द्वारा प्रभावित क्षेत्र पर छिडकाव कार्य किया जा रहा है। 
जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि टिड्डी के हमले को देखते हुए पूर्व तैयारियों के लिए प्रतिदिन कृषि, राजस्व एवं टिड्डी विभाग के साथ प्रतिदिन सांय 6 बजे बैठक का आयोजन कर इस संबंध में प्रभावी मॉनिटरिंग की जाएगी। उन्होेने बताया कि टिड्डी के प्रभावी रोकथाम के लिए एक्शन प्लान बनाकर इसे अंजाम देने की आवश्यकता है। उन्होने बताया कि टिड्डी हमले पर त्वरित नियंत्रण के लिए सूचना तंत्र मुस्तैद रहेगा जिससे कि किसी भी क्षेत्र में टिड्डी हमले संबंधित सूचना मिलते ही तुरंत रोकथाम के लिए पहुंचा जा सकेगा।